न्यूज़ डेस्क।। भारत ने हाल ही में पाकिस्तान के खिलाफ जो हथियार इस्तेमाल किए थे, अब उन्हें खरीदने के लिए चीन का कट्टर दुश्मन तैयार हो गया है। बता दें कि भारत ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान में ऑपरेशन सिंदूर चलाया था। इस दौरान भारत ने पाकिस्तान से भेजे गए ड्रोन के खत्मे के लिए डी 4 एंटी ड्रोन सिस्टम (D-4 Anti Drone System) का इस्तेमाल किया था।
डी 4 सिस्टम खरीदेगा चीन का कट्टर दुश्मन
इस सिस्टम को ही खरीदने के लिए अब ताइवन तैयार हो गया है। बता दें कि ताइवन चीन का कट्टर दुश्मन है। चीन, ताइवान को अपना हिस्सा मानता है और चीन ने साफ कह रखा है कि ताइवान को चीन में मिलाने के लिए बल प्रयोग भी कर सकता है। बीते कुछ वर्षों से चीन और ताइवान के बीच तनाव भी बढ़ा है। 2024 के बाद से पीएलए ने तावान की सीमा के पास निगरानी और हमलावर ड्रोन की संख्या दुगनी की है और अब भारत से भी वह हथियार लेना चाहता है। बता दें कि ताइवान ने डी4 की प्रभावशीलता को मान्यता देते हुए इसे अपनी रक्षा प्रणाली में शामिल करने की योजना बनाई है।
ख़बरों की माने तो भारत ने भी ताइवान को डी4 ड्रोन की आपूर्ति शुरू कर दी है, जिससे दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग को बढ़ावा मिलेगा। गौरतलब हो कि भारत ने हाल ही में स्वदेशी डी4 ड्रोन सिस्टम को अपनाकर अपनी रक्षा क्षमताओं को और मजबूत किया है। यह ड्रोन, जो डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन (DRDO) और भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (BEL) ने मिलकर किया है।
जिसकी अब काफी चर्चा हो रही है। भारत का यह हथियार तुर्की से आयातित बेलेरकटार टीबी2 ड्रोन का एक मजबूत विकल्प है। भारत ने इस सिस्टम के जरिए ही तुर्की निर्माित ड्रोन जो पाकिस्ता ने भेजे थे उन्हें भी मार गिराया था। डी4 सिस्टम की 360 डिग्री कवरेज और डुअल-किल क्षमता इसे एक महत्वपूर्ण रणनीतिक संपत्ति बनाती है, जो भारत-पाकिस्तान सीमा पर हवाई निगरानी और हमले की क्षमता को बढ़ाती है।