न्यूज़ डेस्क।। एक यात्री की सोने की चैन ट्रेन के टॉयलेट में गिर गई थी जिसका मिलना मुश्किल था। लेकिन भारतीय रेलवे (Indian Railways )की कोशिश से यात्री की चेन को ढूंढ निकाला ही गया। दक्षिण पश्चिम रेलवे के मंगलुरु -मैसूरू ट्रेन में एक यात्री की खोई चेन मिलने से रेलवे के सुरक्षा बल की तारीफ हो रही है। दरअसल यह घटना रेलवे की कार्यकुशलता को तो दर्शाती ही है, साथ ही उनकी यात्रियों के प्रति प्रतिबद्धता को भी साबित करती है।
पूरे मामले के बारे में बताया जो एक यात्री ने ट्रेन में खोई सोने की चेन की शिकायत “लॉस्ट प्रॉपर्टी” श्रेणी के तहत दर्ज की। शिकायत के बाद रेलवे ने तुरंत कार्रवाई शुरू की । ट्रेन की यात्रा समाप्त होने के बाद जब कोच को मैसूरु में प्रथामिक रखरखाव के लिए अलग किया गया तो रखरखाव टीम ने बायो टॉयलेट टैंक की सफाई और डिस्मैंटलिंग के दौरान खोई हुई सोने की चेन बरामद की । बराबद चेन को रेलवे कर्मचारियों ने तुरंत आरपीएफ को सौंपने का काम किया। इसके बाद औपचारिकताएं पूरी करते हुए सोने की चेन उसके मालिक सौंपी गई।
दक्षिण पश्चिम रेलवे (SWR) के मंडल वाणिज्य प्रबंधक(मैसूरु मंडल ) गिरीश धर्मराज कालागोंड ने चेन ढूंढ निकालने के लिए कर्मचारियों और सुरक्षा कर्मियों की तारीफ की। उन्होने कहा कि यह मामला रेलवे की उस प्रतिबद्धता को दर्शाता है, जो यात्रियों के खोए हुए सामान को बरामद करने और उनकी सुविधा सुनिश्चित करने के लिए है।
उन्होंने यात्रियों से आग्रह किया कि वे किसी भी प्रकार की असुविधा या सामान खोने की स्थिति में तुरंत रेल मदद पोर्टल के माध्यम से शिकायत दर्ज करें, ताकि संबंधित टीमें समय पर कार्रवाई कर सकें। बता दें कि रेल मदद पोर्टल यात्रियों के लिए एक प्रभावी मंच है जो शिकायतों के त्वरित समाधान में सहायता करता है।