Reliance-Dassault aviation deal: पेरिस एयर शो 2025 (Paris Air Show 2025 ) में फ्रांस की कंपनी डसॉल्ट एविएशन और रिलायंस एयरोस्ट्रक्चर लिमिटेड ने एक ऐतिहासिक साझेदारी की घोषणा की। इस समझौते के तहत भारत में पहली बार फाल्कन 2000 एलएक्सएस बिजनेस जेट का निर्माण होगा।
इन सभी को वैश्विक बाजार के लिए तैयार किया जाएगा। भारत के लिए यह बड़ी उपलब्धि होगी क्योंकि अमेरिका, फ्रांस, कनाडा और ब्राजील जैसे देश बिजनेस जेट के निर्माण में अग्रणी हैं। साथ ही यह भी सामने आया है कि डसॉल्ट रिलायंस एयरोस्पेश लिमिटेड की अत्याधुनिक फैक्ट्री में फाल्कन जेट की असेंबली लाइन स्थापित होगी। यह फ्रांस के बाहर डसॉल्ट की पहली निर्माण इकाई होगी।
डसॉल्ट के सीईओ एरिक ट्रैपियर ने कहा कि डीआरएल को फाल्कन सीरीज के लिए सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनाना ‘मेक इन इंडिया’ के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। यह भारत को वैश्विक एविएशन आपूर्ति सीरीज में एक मजबूत साझेदार बनाता है। डीआरएएल न केवल फाल्कन 2000 की बॉडी और विंग्स का निर्माण करेगा, जबकि फाल्कन 6X और 8X के फ्रंट सेक्शन की असेंबली भी करेगा।
इस कदम को रिलायंस ग्रुप के चेयरमैन अनिल अंबानी ने इसे आत्मनिर्भर भारत और मेक इन इंडिया फॉर द वर्ल्ड के विजन का हिस्सा करार दिया है। माना जा रहा है कि यह साझेदारी भारतीय एविशन उद्योग के लिए गेमचेंजर होगी।कहा जा रहा है कि DRAL में बड़े पैमाने पर टेक्नीशियन और इंजीनियरों की भर्ती होगी, जिससे कहीं ना कहीं देश में काफी रोजगार अवसर पैदा होंगे। इस साझेदारी के साथ 2028 तक भारत में निर्मित फाल्कन 2000 की पहली उड़ान की योजना है। DRAL 2017 में स्थापित की गई थी और उसने 2019 से अब तक 100 से अधिक फाल्कन 2000 जेट्स के महत्वपूर्ण हिस्सों का निर्माण किया है।