Gautam Adani :गौतम अडानी की गिनती देश के बड़े उद्योगपतियों में होती है। गौतम अडानी का कारोबार पूरी दुनिया में फैल रहा है। हाल ही में गौतम अडानी ने अपना 64 वां जन्मदिन मनाया। अडानी के बारे में यह बात बहुत लोगों को हैरान करती है कि वह हर साल तीन बार जन्मदिन मनाते हैं। बता दें कि गौतम अडानी की कहानी संघर्षों से भरी हुई रही है। तीन जन्मदिन मनाने के पीछे भी उनके जीवन में घटित हुई कुछ घटनाएं हैं।
पहलाी जन्मतिथि
24 जून 1962 को गौतम अडानी का जन्म हुआ था। 24 जून की तारीख उनका पहला जन्मदिन है। गौतम का जन्म एक साधारण परिवार में हुआ था। वह अपने परिवार के आठ बच्चों में से सातवे हैं। उनके पिता एक कपड़ा व्यापारी के रूप में काम करते थे।
गौतम अडानी ने सेठ चिमनलाल नगिंदास विद्यालय में पढ़ाई के बाद, उच्च शिक्षा नहीं की और 15 साल की उम्र में मुंबई पहुंच गए। वहां उन्होंने सबसे पहले हीरा छंटाई का काम किया, जहां से उन्होंने व्यापार की बारीकियां भी सीखीं। 19 साल की उम्र तक उन्होंने अपना हीरा ब्रोकरेज शुरू किया। 1981 में अहमदाबाद लौटकर उन्होंने अपने भाई के प्लास्टिक व्यवसाय में कदम रखा और 1988 में अडानी एक्सपोर्ट्स की नींव रखी,जो आगे चलकर अडानी समूह बना।
दूसरी जन्मतिथि
1 जनवरी 1988 को गौतम अडानी का जीवन खतरे में पड़ गया , जब अहमदाबाद के करनावती क्लब से निकलते समय उनका अपहरण हो गया। अपहरणकर्ताओं ने उन्हें और उनके एक सहयोगी को बंधक बनाया था। इस घटना के दौरान ही अडानी ने अपहरणकर्ताओं के साथ रहते हुए संयम बरतकर खुद को इस मुसीबत से बाहर निकाला था, यह उनका एक तरीके से दूसरा जन्म ही था।
तीसरी जन्मतिथि
मुंबई के ताज होटल में हुए आतंकी हमले से अडानी बाल-बाल बचे थे और यह उनका तीसरा जन्म था। बता दें कि 26 नवंबर 2008 को मुंबई के ताज होटल में गौतम अडानी डिनर कर रहे थे, जब आतंकी हमला हुआ। कॉफी के लिए रुकने का उनका आखिरी मिनट जीवन बचाने के लिए अहम साबित हुआ। हमले के दौरान उन्होंने केवल अपनी बल्कि दूसरों की सुरक्षा के लिए भी संयम और साहस दिखाया। बाथरुम की छोटी सी जगह में छिपकर उन्होंने अपनी जान बचाई थी। साथ ही वह इस दौरान दूसरे को हिम्मत भी दे रहे थे।