Gautam Adani : पिछले दिनों जम्मू कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादियों का हमला हुआ था, जिसमें 26 लोगों की मौत हो गई थी। आतंकवादियों पर कार्रवाई के उद्देश्य से भारत ने ऑपरेशन सिंदूर चलाया और पाकिस्तान में घुसकर आतंकवादियों के ठिकाने ध्वस्त किए। इस दौरान भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध जैसी स्थिति बन गई थी।
भारत के ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान ने भी ड्रोन हमले भारत पर किए थे, जिन्हें भारतीय सेना ने नाकाम कर दिया था। भारत और पाकिस्तान इस तनाव के दौरान तुर्की पाकिस्तान की मदद करता हुआ नजर आया था। भारत ने जो ड्रोन मार गिराए थे वो तुर्की के ही निकाले थे। इसके बाद से ही भारत में पाकिस्तान के साथ-साथ तुर्की के खिलाफ भी आक्रोश है। इस वजह से सोशल मीडिया और भारतीय के बीच तुर्की का बॉयकॉट करने की मांग तेज हो गई थी।
तुर्की पाकिस्तान से बहुत अच्छे संबंध रखता है और दोनों देशो के बीच 5 बिलियन डॉलर का द्विपक्षीय व्यापार लक्ष्य है। 2024 में इनका व्यापार करीब 1.4 बिलियन डॉलर का था। हालांकि इन दोनों देशों के बीच होने वाले व्यापार से भारत के दिग्गज उद्योगपति गौतम अंडानी के नेटवर्थ की तुलना की जाए तो उनके आगे दोनों देश नहीं टिकते हैं। अडानी की नेटवर्थ की बात करें तो ब्लूमबर्ग बिलियनेर्स इंडेक्स के मुताबिक सोमवार को इसमें 1.72 बिलियन डॉलर की वृद्धि हुई है और यह 82.3 बिलियन डॉलर पहुंच गई है। दुनिया के सबसे अमीर लोगों में अडानी अब 20 वें नंबर पर हैं। इस साल उनकी संपत्ति में 3.64 बिलियन डॉलर का इजाफा हुआ है। ब्लूमबर्ग बिलियनेयर इडेक्स के मुताबिक अडानी की नेटवर्थ अब 82.3 बिलियन डॉलर पहुंच गई है।
गौतम अडानी की कुल संपत्ति एक ही दिन में 1.72 बिलियन डॉलर बढ़ गई और यह वित्त वर्ष 24 में तुर्की और पाकिस्तान के व्यापार (1.4 बिलियन डॉलर) से अधिक थी। पाकिस्तान और तुर्की के रिश्ते भले ही मजबूत हो रहे हों, लेकिन ये दोनों देश भारत के आगे नहीं टिकते हैं। भारत की अर्थव्यवस्था अब दुनिया की चौथी सबसे बड़ी इकोनॉमी बन चुकी है।