भारत ने हासिल की बड़ी कामयाबी, चीन छूट गया पीछे, अमेरिका को भी किया हैरान

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भारत ने हासिल की बड़ी कामयाबी, चीन छूट गया पीछे, अमेरिका को भी किया हैरान

Amit Dev Sharma

Published on:

न्यूज़ डेस्क।। भारत दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यस्था बन चुका है और अब लगातार विदेशी कंपनियों के निवेश को आकर्षित कर रहा है। अमेरिका की कंपनी एप्पल ने भी भारत में निवेश किया है। भारत आईफोन  निर्यात  (India’s iPhone exports) के मामले में अब चीन को टक्कर दे रहा है। बता दें कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एप्पल से भारत में उत्पादन नहीं करने की बात कही थी, लेकिन इसका असर भारत पर नहीं पड़ा । भारत ने आईफोन निर्यात के मामले में बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए चीन को भी पछाड़ दिया है।

सामने आई जानकारी की माने तो अप्रैल 2025 में भारत ने अमेरिका को 30 लाख आईफोन निर्यात किए, जो 76 प्रतिशत की बढ़ोतरी को दर्शाता है, जबकि इस वक्त चीन का निर्यात 76 प्रतिशत घटकर 9 लाख यूनिट रह गया है। चीन का निर्यात घटने के पीछे का कारण डोनाल्ड ट्रप द्वारा चीन से निर्मित सामानों पर 30 प्रतिशत शुल्क लगाने की वजह से हुआ है। भारत पर केवल 10 प्रतिशत निर्यात शुल्क और इस वजह से एप्पल भारत में ज्यादा उत्पादन कर रहा है।

टाटा, फॉक्सकॉन और पेगाट्रॉन जैसे साझेदारों ने भारत को एप्पल का विनिर्माण केंद्र बनाया। एप्पल के लिए भारत इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यहां कम लागत पर श्रम मिल जाता है और इस वजह से उत्पाद की लागत भी कम होती है। एप्पल के तमिलनाडु और कर्नाटक के संयंत्र पहले ही प्रीमियम मॉडल बना रहे हैं। एप्पल के सीईओ टिम कुक ने खुद यह ऐलान किया है कि जून 2025 के बाद अमेरिका में बिकने वाले अधिकांश आईफोन भारत से आएंगे। लेकिन 2026 तक 2 करोड़ यूनिट की तिमाही मांग को पूरा करना भारत के लिए एक चुनौती है।

कुछ और आंकड़ों पर गौर किया जाए तो भारत ने वर्ष 2024-25 में 1.15 करोड़ आईफोन निर्यात किए, जिनमें मार्च में निकले 44 लाख यूनिट शामिल थे। एप्पल भारत में उत्पादन करने के साथ ही डोनाल्ड ट्रंप की धमकी भी झेल रहा है। ट्रंप ने भारत से निर्मित आईफोन पर 25 प्रतिशत शुल्क लगाने की धमकी दी है, फिर भी एप्पल ने भारत में काम करना जारी रखना है।

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