न्यूज़ डेस्क।। भारत में किसी भी कर्मचारी वर्ग के लिए कर्मचारी भविष्य निधि संगठन की अहम भूमिका होती है। इस संगठन के तहत कई योजनाएं चल रही हैं जो कर्मचारियों को लाभ देती हैं। हम यहां इस संगठन की प्रमुख तीन योजनाए, कर्मचारी भविष्य निधी, कर्मचारी पेंशन योजना और कर्मचारी लिंक्ड बीमा योजना है। ये तीनों योजनाएं आपके भविष्य को सुरक्षित करती हैं।
कर्मचारी भविष्य निधि
कर्मचारी भविष्य निधि की बात करें तो यह एक रिटायरमेंट बचत योजना है। इसके तहत कर्मचारी और नियोक्ता दोनों अपने मूल वेतन और महंगाई भत्ते का 12 प्रतिशत योगदान देते हैं। यही नहीं इस जमा की गई राशि पर 8.25 प्रतिशत ब्याज मिलता है। यह योजना खासतौर से एक लंबी अवधि में एक बड़ा कोष बनाने मदद करती है जो रिटायरमेंट के बाद वित्तीय स्थिरता प्रदान करता है। कर्मचारी के योगदान का पूरा EPF में जाता है, जबकि नियोक्ता का 12% हिस्सा EPF और EPS के बीच बंटता है।
कर्मचारी पेंशन योजना
कर्मचारी पेंशन योजना संगठित क्षेत्र के कर्मचारियों के लिए सेवानिवृत्ति वेतन योजना है। किसी कर्मचारी का जो नियोक्ता होता है, उसके 12 प्रतिशत योगदान में से 8.33% EPS में जाता है। 58 वर्ष की आयु या कम से कम 10 वर्ष की सेवा के बाद कर्मचारी मासिक पेंशन प्राप्त इस योजना कर सकते हैं। हालांकि विशेष परिस्थितियों, जैसे स्थायी अक्षमता, में 10 वर्ष की सेवा अनिवार्य नहीं है।
कर्मचारी जमा लिंक्ड बीमा योजना
कर्मचारी जमा लिंक्ड बीमा योजना ईपीएफओ द्वारा पेश की जाने वाली वित्तीय सुरक्षा योजनाओं में महत्वपूर्ण है। इस योजना के तहत कर्मचारियों को जीवन बीमा कवर प्रदान किया जाता है। इसमें कर्मचारी को कोई योगदान नहीं देना पड़ता, लेकिन नियोक्ता 0.5% योगदान देता है। कर्मचारी की मृत्य होने पर उनके परिवार को 7 लाख तक की बीमा राशि मिलती है।कर्मचारी जमा लिंक्ड बीमा योजना के तहत कर्मचारी की मृत्य होने पर उनके परिवार को आर्थिक सहायता मिलती है, जिसकी राशि 2.5 लाख से 7 लाख तक की हो सकती है।