न्यूज़ डेस्क, Mutual Funds VS PPF: हर कोई अपना पैसा निवेश करना चाहता है, लेकिन शेयर और म्यूचुअल फंड में जोखिम बना रहता है। हाल ही में भी शेयर बाजार में काफी उतार चढ़ाव देखे गए हैं। हालांकि इन सब से अलग अगर एक नए विकल्प की बात करें तो उसमें आपको निवेश से अच्छा फायदा भी मिल सकता है। पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) आपके लिए एक शानदार विकल्प हो सकता है।
आखिर क्या है PPF योजना
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि PPF भारत सरकार की योजना है जो आपके पैसे को पूर्ण सुरक्षा सुनिश्चित करती है। मौजूदा समय में PPF पर 7.1 की वार्षिक ब्याज दर मिल रही है जो कि वार्षिक चक्रवृद्धि ब्याज के रूप में दी जाती है। आप देश के किसी भी बैंक या डाकघर में PPF खाता खोल सकते हैं। PPF योजना 15 वर्ष की है, यदि आप हर साल एक लाख रुपए निवेश करते हैं तो आपको पूर्ण होने पर 27,12,139 रुपए प्राप्त होंगे। इसमें आपके द्वारा निवेश की गई कुल 15 लाख की राशि और 12,12,139 का ब्याज शामिल होगा।
PPF की क्या हैं विशेषताएं
PPF योजना छोटे और बड़े दोनों तरह के निवेशकों के लिए उपयुक्त है। अगर इसकी कुछ विशेषताओं की बात करें तो न्यूनतम निवेश आपको सालाना कम से कम 500 जमा करना होता है जो छोटे निवेशकों के लिए भी सुलभ है। इस योजना के तहत आप एक साल में अधिकम 1.5 लाख रुपए जमा कर सकते हैं। इस योजना के तहत आपको लचीलापन मिल जाता है। आप चाहें तो एक मुश्त राशि जमा कर सकते हैं या किश्तों में भी पैसा जमा कर सकते हैं। यह आपकी वित्तीय स्थिति के अनुसार लचीलापन प्रदान करता है। पीपीएफ लंबे समय धन संचय के लिए सही है। यदि आप हर साल एक लाख रूप जमा करते हैं तो 15 साल बाद आपको 27 लाख से अधिक की राशि प्राप्त होगी।
PPF बनाम म्यूचुअल फंड
पीपीएफ और म्यूचुल फंड की तुलना की जाए तो काफी अंतर है। म्यूचुअल फंड में निवेश बाजार के उतार चढ़ाव के अधीन होता है, जिसके कारण यह जोखिम से भरा है। पीपीएफ में आपका पैसा पूरी तरह सुरक्षित होता है क्योंकि यह सरकार के द्वारा समर्थित है। म्यूचुअल फंड में रिटर्न की गारंटी नहीं होती है, जबकि पीपीएफ में निश्चित ब्याज दर के साथ स्थिर रिटर्न मिलता है।