50 लाख के होम लोन पर 7.71 लाख की बचत, RBI के फैसले से अब होगा तगड़ा लाभ

rbi repo rate

50 लाख के होम लोन पर 7.71 लाख की बचत, RBI के फैसले से अब होगा तगड़ा लाभ

Amit Dev Sharma

Published on:

न्यूज़ डेस्क।। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने हाल ही के समय में तीसरी बार रेपा रेट में कटौती करके उधारकर्ताओं को बड़ा तोहफा देने का काम किया है। आरबीआई ने 6 जून को अपनी एमपीसी बैठक में रेपो दर में 50 बीपीएस की कटौती करके राहत दी है। बता दें कि इससे पहले रिजर्व बैंक ने अप्रैल में रेपो दर में 25-25 बीपीएस की कटौती की थी।

इन तीन कटौतियों के परिणामस्वरूप इस वर्ष रेपो दर में कुल मिलाकर 100 बीपीएस की गिरावट आई है। बता दें कि ज्यादातर गृह ऋण के उधारकर्ता फ्लोटिंग रेट होम लोन लेते हैं, जिसमें से अधिकांश होम लोन (Home Loan ) की ब्याज दरें रेपो दर से जुड़ी होती हैं। इस वजह से ही रेपो दर में किसी भी कमी का मलतब है कि होम लोन की ब्याज दर में भी इसी तरह की कमी आती है।

जब भी होम लोन के ब्याज में कमी होती है तो ऋण दाता उधारकर्ताओं को दो विकल्प देता है या तो अवधि को अपरिवर्तित रखकर EMI कम करें या अवधि को कम करके EMI को वहीं रखें। उधारकर्ता दोनों तरीकों से ब्याज पर बचत करेगा, लेकिन बचत की मात्रा अलग -अलग होगी। अगर आप यहां ब्याज दर में कमी के बाद EMI में कमी करते हैं तो यह न केवल आपकी EMI को कम करके आपके मासिक खर्च को कम करता है, बल्कि आपके कुल ब्याज को भी कई लाख तक कम कर सकता है। लेकिन आपकी वास्तविक बचत इस बात पर निर्भर करती है कि आप अपनी ईएमआई को कम करते हैं तो इसे स्थिर रखते हैं और लोन अवधि को छोटा करते हैं।

कैसे होगी बचत?
उदाहरण के लिए 50 लाख रुपए के होम लोन पर 20 साल की अवधि के लिए 0.5 प्रतिशत ब्याज दर कम होने से कुल ब्याज भुगतान में 7.71 लाख रुपए तक की बचत हो सकती है। हालांकि बता दें कि सटीक बचत की गणना आपके लोन की शर्ताओं, ब्याज दर और बैंक की नीतियों पर निर्भर करेगी। सबसे पहले आपको बैंक से संपर्क करना चाहिए और पूछे क्या वे रेपो रेट में कटौती के बाद ब्याज दरों में बदलाव करेंगे। अगर आप फ्लोटिंग लोन पर हैं तो बचत स्वचालित रूप से लागू हो सकती है। साथ ही चाहें तो ईएमआई कम करने या लोन की अवधि घटाने के विकल्प पर विचार करें।

जुड़े रहें ➥