Rupee Fall: मिडिल ईस्ट में संघर्ष चल रहा है क्योंकि ईरान और इजरायल के बीच भीषण युद्ध चल रहा है। इस युद्ध का पूरा दुनिया पर प्रभाव पड़ रहा और भारत भी इससे अछूता नहीं है। भारतीय मुद्रा में गिरावट (Rupee Fall) दर्ज की गई है। गुरुवार को भारतीय रुपया मार्च के मध्य के बाद से अपने सबसे कम स्तर पर पहुंच गया है क्योंकि वित्तीय बाजारों में जोखिम से बचने की प्रवृत्ति थी।
इजरायल और ईरान संघर्ष में अमेरिका की भागीदारी की संभावना बनी हुई और इससे दुनिया भर के मार्केट में उथल-पुथल मच रही है। रुपया दिन के दौरान 86.8925 के निचले स्तर पर पहुँच गया, लेकिन फिर थोड़ा कम होकर 86.7225 पर बंद हुआ, जो दिन के दौरान 0.3% की गिरावट के साथ अमेरिकी डॉलर के मुक़ाबले था।
मिडिल ईस्ट में जारी संघर्ष में इजरायल जहां ईरान के परमाणु स्थल पर हमला कर रहा है तो वहीं ईरानी भी मिसाइलों से इजरायल पर हमला कर रहा है। जारी संघर्ष की वजह से ब्रेंट कच्चे तेल की कीमतें बढ़कर 77 डॉलर प्रति बैरल को करीब पहुंच गई।मिडिल ईस्ट में व्यापक संघर्ष के बारे में निवेशकों की चिंताओं को दर्शाता है क्योंकि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दुनिया को इस बारे में अटकलें लगाने पर मजबूर कर दिया है।
क्या देश इजरायल द्वारा ईरानी परमाणु स्थलों पर बमबारी में शामिल होगा। ईरान – इजरायल में पिछले कुछ दिनों के भीतर संघर्ष सबसे खराब स्तर पर है। इसके जल्द रुकने की संभावना भी नजर नहीं आती है। दूसरी ओर इस संघर्ष में सीधे तौर पर अमेरिका शामिल होता है तो इसका दायरा बढ़ सकता है।