Mobile e-voting : आगामी बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Elections 2025) से पहले मतदान को लेकर नया बदलाव होने वाला है। बिहार देश का पहला ऐसा राज्य बनने जा रहा है जहां फोन के जरिए मतदान किया जा सकता है। बिहार के राज्य निर्वाचन आयुक्त दीपक प्रसाद ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। उनकी यह टिप्पणी पटना, रोहतास और पूर्वी चंपारण के छह नगर परिषदों के लिए शनिवार को होने वाले मतदान से पहले आई है।
इस बारे में बिहार चुनाव आयुक्त दीपक प्रसाद ने बताया कि यह सुविधा उन लोगों को मिलेगी जो मतदान केंद्र पर जाकर वोट नहीं डाल पाते हैं। उन्होंने बताया कि ऑनलाइन वोट करने के लिए मतदाताओं के फोन में एक ऐप इस्टॉल होना चाहिए। वरिष्ठ नागरिक, दिव्यांग , गर्भवती महिलाएं और दूसरे राज्यों में रहने वाले मतदाता इस सुविधा का लाभ उठा सकते हैं।
राज्य चुनाव आयोग ने इस संबंध में 10 से 22 जून तक जागरुकता अभियान भी चलाया था। दीपक प्रसाद “इस सुविधा का लाभ लेने के लिए मतदाताओं को ई-एसईसीबीएचआर ऐप इंस्टॉल करना होगा। इसके बाद इसे वोटर लिस्ट में जोड़े गए नंबर से लिंक करना होगा।” बता दें कि यह ऐप फिलहाल एंड्रॉयड फोन पर ही काम करेगा। इस ऐप को सेंटर ऑफ एडवांस कंप्यूटिंग ने बनाया है, जबकि एक और ऐप है, जिसे बिहार चुनाव आयोग ने बनाया है।
ई- वोटिंग में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सवाल हैं। ऐसे में इस सवाल का जवाब चुनाव आयोग ने कहा कि, मतदान प्रक्रिया को सुचारू, निष्पक्ष और पारदर्शी बनाए रखने के लिए कई प्रयास किए गए हैं। उदाहरण के लिए एक मोबाइल नंबर को उपयोग करके केवल दो पंजीकृत मतदाताओं को लॉग इन करके अनुमति होगी। इसके अलावा, मतदाता पहचान पत्र का उपयोग करके प्रत्येक लॉट की जांच और सत्यापन किया जाएगा, इसके अलावा जिन मतदाताओं के पास मोबाइल फोन नहीं है, वे भी बिहार चुनाव आयोग की वेबसाइट पर ई-वोट डाल सकते हैं। चुनाव आयोग ने जानकारी दी गई है कि ई-वोट डालने के लिए करीब 10 हजार मतदाता पहले ई-वोटिंग सिस्टम में पंजीकरण करा चुके हैं। वहीं 50 हजार और मतदाता केंद्रों पर जाने के बजाय ऑनलाइन मतदान करेंगे।