न्यूज़ डेस्क। रेलवे (Railway) ने यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए एक बड़ा फैसला लिया है। दरअसल मुंबई एक भीड़भाड़ वाला शहर है। यहां चलने वाली लोकल ट्रेनों ( Mumbai Local Trains) से कई हदसे होते रहे हैं। इस वजह से रेलवे ने यह फैसला किया है, मुंबई में चलने वाली लोकल ट्रेनों में आटोमैटिक दरवाजे लगाए जाएंगे।
रेलवे ने साफ किया है कि मुंबई उपनगरीय नेटवर्क के लिए बनने वाली सभी ट्रेनों में स्वचालित दरवाजे होंगे। साथ ही मौजूदा ट्रेनों के लिए इस सुरक्षा से लैस किया जाएगा। कुछ आंकड़ों पर गौर करें तो मुंबई की उपनगरीय रेल प्रणाली प्रतिदिन 3,000 से अधिक सेवाएं संचालित करती है, जिसमें 250 से अधिक ट्रेनें शामिल हैं। मौजूदा समय में केवल 15 ट्रेनों में ही स्वचालित दरवाजे और वातानुकूलन की सुविधा है, जबकि शेष गैर-वातानुकूलित ट्रेनों में यह सुविधा नहीं है।
रेलवे स्वचालित दरवाजे लगाने के लिए पहले से ही काम कर रहा है। गौरतलब हो कि जनवरी 2020 में वेस्टर्न रेलवे ने तीन गैर-वातानुकूलित ट्रेनों में स्वचालित दरवाजों का परीक्षण किया था लेकिन प्रगति धीमी रही। लेकिन मुंबई हादसे ने इसकी उपयोगिता को बताए है। हाल ही में हुए हादसे में सेंट्रल रेलवे के अनुसार, हादसे का मुख्य कारण ट्रेन में अत्यधिक भीड़ थी। पिछले 20 वर्षों में मुंबई की लोकल ट्रेनों में 51,802 लोगों की जान गई है, जो सुरक्षा की गंभीर स्थिति को दर्शाता है और यही वजह है कि रेलवे को भी अब कदम उठाना पड़ रहा है।
स्वचालित दरवाजों का प्रयोग ट्रेनों के डिब्बों में होने लगा तो फिर जो यात्री फिटबोर्ड पर बैठकर यात्रा करते है, वो नहीं कर सकेंगे। सबसे ज्यादा ट्रेन के हादसे इन जगहों पर बैठे यात्रियों के साथ होते हैं। रेलवे का यह प्रयास काफी सराहनीय माना जा रहा है। इस कदम से मुंबई की लोकल ट्रेनों में यात्रा सुरक्षित और विश्वसनीय बनने की उम्मीद है।