मुंबई का ऑटो ड्राइवर बिना रिक्शा चलाए कमा लेता है 8 लाख रुपए महीना, गजब का है ये बिजनेस फंडा

मुंबई का ऑटो ड्राइवर बिना रिक्शा चलाए कमा लेता है 8 लाख रुपए महीना, गजब का है ये बिजनेस फंडा

Amit Dev Sharma

Published on:

न्यूज़ डेस्क।। मुंबई का एक आटो ड्राइवर अपने स्मार्ट बिजनेस (Smart Business) आइडिया से इन दिनों चर्चा में है, जो बिना ऑटो चलाए 8 लाख रुपए महीना कमा रहा है। दरअसल इस ऑटो वाले का बिजनेस फंडा गजब है, जिससे वह छप्पर फाड़ कमाई कर रहा है। मुंबई के आटो ड्राइवर ने अपने बिजनेस आइडिया से वो कर दिया गया है जो बड़े -बड़े प्रोफेशनल नहीं कर पाते हैं।

लेंसकार्ट में सीनियर प्रोडक्ट लीडर राहुल रूपानी ने इस ऑटो ड्राइवर की कहानी शेयर की है। साथ उनका अनुभव कैसा रहा है यह भी बताया है। रूपानी ने बताया कि वो वीजा अपॉइंटमेंट के लिए मुंबई के यूएस कंसल्टेंट के पास पहुंचे थे, जहां उन्होंने बताया कि बैग अंदर नहीं ले जा सकते और वहां कोई लॉकर सुविधा भी नहीं थी। तभी एक ऑटो ड्राइवर मेरे पास आया और बेहद शांति से बोला, ”सर, बैग दो दो। सेफ रखूंगा। रोज का है। 1000 रुपए चार्ज है।” आटो ड्राइवर का यही बिनजेस था।

राहुल रूपानी ने आगे बताया कि इस ऑटो ड्राइवर के पास अगर 20-30 ग्राहक रोज आते होंगे तो 1,000 रुपए प्रति बैग के हिसाब से रोज़ाना की कमाई 20,000 से 30,000 रूपए हुई। यह ऑटो ड्राइवर रोज वीजा सेंटर के बाहर खड़ा रहता है और महीने के सीधे-सीधे 5-8 लाख तक कमा लेता है। इतनी संख्या में बैग रखना नियमों के तहत मुश्किल हो सकता है, लेकिन ऑटो वाले ने इस समस्या का भी हल निकाल लिया।

रूपानी ने बताया कि उसने एक लोकल पुलिस ऑफिसर के साथ टाई अप कर लिया है, जिसके पास में एक लॉकर सुविधा है। ग्राहक को लगता है कि बैक ऑटो में रखा गया है,लेकिन असल में बैग लॉकर में जाता है। राहुल रूपानी इस ऑटो ड्राइवर से काफी प्रभावित हुए हैं। उन्होंने कहा, यह है असली एंटरप्रेन्योरिशिप है जो किताबों में नही, सड़कों पर मिलती है।ऑटो ड्राइवर के बिजनेस आइडिया को लेकर लोगों के अलग -अलग रिएक्शन हैं। कुछ लोग बैग रखने के एक हजार रूप मांगने को गलत मान रहे हैं।

जुड़े रहें ➥