‘सरकार 5 मिनट में गिर सकती है..’ पाकिस्तान के पीएम शहबाज़ शरीफ़ की सत्ता पर संकट

Shehbaz Sharif

‘सरकार 5 मिनट में गिर सकती है..’ पाकिस्तान के पीएम शहबाज़ शरीफ़ की सत्ता पर संकट

Amit Dev Sharma

Published on:

न्यूज़ डेस्क।। भारत से दुश्मनी मोल लिए बैठा पाकिस्तान (Pakistan)अब अपने घर में ही घिरने लगा है। दरअसल शहबाज़ शरीफ़ की सरकार ने पाकिस्तान में हाल ही में बजट पेश किया और देश के रक्षा बजट में बढ़ोतरी भी की गई। लेकिन अब पार्टियां इस बजट पर सवाल खड़े कर रही हैं।

शहबाज़ शरीफ़ सरकार को आगामी वित्तीय वर्ष के बजट को लेकर सत्तारूढ़ गठबंधन में गंभीर मतभेद हैं। इनमें प्रमुख सहयोगी दल पाकिस्तान मुस्लिम लीग, पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी और मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट-पाकिस्तान ने बजट के प्रस्तावों की कड़ी आलोचना की है। पाकिस्तानी मीडिया की माने तो पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी और मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट-पाकिस्तान के सांसदों ने नेशनल असेंबली में बहस के दौरान टैक्स विस्तार और फेडरेल बोर्ड ऑफ रेवेन्यू को दी जा रही कथित मनमानी शक्तियां पर आपत्ति जताई है।

इनका इस बारे में कहना है कि ये उपाय छोटे व्यवसायों और गैर -फाइलरों को अनुपातहीन से प्रभावित करेंगे। इसके अलावा, सौर पैनलों पर प्रस्तावित 18 प्रतिशत कर और सिंध, कराची के लिए कम आवंटन, साथ ही हैदराबाद मोटवे के लिए अपर्याप्त फंडिंग ने सांसदों की नाराजगी को बढ़ाने का काम किया है।

पीपीपी सांसद नबील गबोल ने तो यह तक कहा कि,, “जब संघीय सरकार सिंध के साथ सौतेला व्यवहार करती है, तो हम एक सिंध-विरोधी बजट के लिए कैसे वोट दे सकते हैं?” बता दें कि शहबाज सरकार पीपीपी के समर्थन चल रही है, उनके 70 वोट हैं। उनका कहना है कि अगर उनकी पार्टी समर्थन वापस ले ले तो शहबाज शरीफ की सरकार 5 मिनट में गिर जाएगी।। पीपीपी के नेताओं ने उप प्रधानमंत्री इशाक डार के सामने अपनी चिताएं जाहिर की, जिनका हाल प्रधानमंत्री के साथ बातचीत से निकलेगा। बता दें कि पाकिस्तान आर्थिक तंगी से काफी जूझ रहा है। आईएमएफ के कर्ज तले दबा हुआ है। यही नहीं रक्षा बजट बढ़ाने से भी देश पर महंगाई की मार पड़ने वाली है।

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