India-China Relations : चीन के उप विदेश मंत्री सन वेईडोंग जल्द भारत का दौरा कर सकते हैं और इससे कहीं ना कहीं दोनों देशों के रिश्तों में सुधार की संभावना बढ़ गई है। चीन के उपविदेश मंत्री की यह यात्रा दोनों देशों के बीच चल रहे सीमा विवाद को सुलझाने और आपसी सहयोग को बढ़ाने देने की दिशा में एक कदम हो सकती है।
रिश्तों को बेहतर करने की कोशिश दोनों देशों की ओर से की जा रही है। हाल ही में भारत के विदेश सचिव विक्रम मिस्त्री ने चीन का दौरा किया था, जिसने दोनों देशों के बीच एक उच्च स्तरीय कूटनीतिक संवाद को दर्शाया। बता दें कि 2020 में गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प के बाद भारत और चीन के संबंध खराब से हो गए थे, लेकिन अब सुधार की संभावना है।
भारत और चीन दो बड़ी अर्थव्यस्थाएं मौजूदा समय में दुनिया की हैं। लेकिन लंबे समय से दोनों देश लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर सीमा विवाद के चलते आमने-सामने हो जाते हैं। हाल के महीनों में दोनों पक्षों ने सैन्य और कूटनीतिक स्तर पर कई दौर की बातचीत की है, जिससे तनाव कम करने में मदद मिली है। भारत और चीन के संबंध बेहतर होते हैं तो यह अमेरिका जैसे देश के लिए एक बड़ा झटका होगा। अमेरिका हमेशा से चीन के खिलाफ भारत को लाना चाहता है।
वहीं पाकिस्तान के लिए भी यह झटका होगा। बता दें कि भारत और पाकिस्तान के संबंध काफी खराब चल रहे हैं। पाकिस्तान कभी नहीं चाहेगा कि चीन और भारत की निकटता हो। वैसे भारत और चीन के संबंध में सुधार होना, दोनों देशों के हितों में ही है। भारत -चीन ब्रिक्स शंघाई सहयोग जैसे मंचों पर पहले से ही एक दूसरे का सहयोग कर रहे हैं। इनके रिश्ते और बेहतर होते हैं तो एशिया में शांति स्थापित होगी।