पिछले कुछ समय में भारत और बांग्लादेश के संबंध ज्यादा अच्छे नहीं रहे हैं। शेख हसीना के सत्ता से हटाने के बाद और देश की कमान मोहम्मद यूनुस (Muhammad Yunus )के हाथों में आने के बाद से बांग्लादेश में भारत विरोधी गतिविधियां देखने को मिली हैं। अब ख़बर है कि बांग्लादेश की मोहम्मद यूनुस सरकार चीन की मदद से भारतीय सीमा के करीब अपना एयरबेस दोबारा खोलने की तैयारी कर रही है।
यूनुस के इस चीनी प्लान की काट का फॉर्मूला भी भारत ने निकाल लिया है। यूनुस सरकार अब रंगपुर डिविजन के लालमोनिरहाट एयरबेस को चीन की मदद से दोबारा खोलने की तैयारी कर रही है। यह एयरबेस भारत-बांग्लादेश सीमा से महज 20 किलोमीटर दूर है और इससे चीन को भारत के बेहद करीब अपने सैनिक बिठाने का मौका मिल सकता है।
ऐसे में भारत की चिंता बढ़नी स्वभाविक है। लेकिन सबसे ज्यादा चिंता इस बात की है कि यह एयरबेस भारत के उत्तर-पूर्वी राज्यों को बाकी भारत से जोड़ने वाले सिलीगुड़ी कॉरिडोर के बेहद करीब है। महज 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका ‘चिकन नेक’ कहलाता है, जो भारत की सुरक्षा दृष्टि से अत्यंत अहम है।
ऐसे में चीनी सैनिकों की मौजूदगी की संभावना इस गले में खंजर जैसी मानी जा रही है। भारत ने भी अपना प्लान बनाना शुरू कर दिया है। भारत ने त्रिपुरा के हिस्से में स्थित कैलाशहर एयरपोर्ट को फिर से चालू करने की योजना बनी है । यह एयरपोर्ट 1990 के दशक से बंद पड़ा था, लेकिन अब इसे केवल नागरिक उड़ानों के लिए तैयार किया जाएगा और जरूरत पड़ने पर भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमान भी उड़ सकेंगे।