न्यूज़ डेस्क। चीन की म्यांमार में अपने हथियारों की वजह से बेइज्जती हो गई है। दरअसल म्यांमार में सैन्य तख्तापलट (Myanmar conflict ) के खिलाफ लड़ रहे विद्रोही गुटों ने चीन में बने एक फाइटर जेट को मार गिराया। सामने आई जानकारी की माने तो करीब 72 करोड़ रुपए की कीमत वाले इस जेट को मशीन गन से उड़ाया गया। यह मामला सगाइंग इलाके में घटित हुआ, जहां पुलिस स्टेशन पर कब्जे के लिए संघर्ष चल रहा था।
रिपोर्ट की माने तो चीनी फाइटर जेट के जरिए जैसे ही म्यांमार की सेना बम बरसाने के लिए मैदान में उतरी, लिबरेशन आर्मी के लड़ाकों ने जेट को मार गिराया। माना जा रहा है कि अगर पीएलए के दावे सही हैं तो यह चीन के लिए झटका है क्योंकि पीएलए के लड़ाकों के पास कोई आधुनिक हथियार नहीं हैं। पीएलए के लड़ाके मशीन गन और गुरिल्ला वार के जरिए ही सेना से मैदान में जंग लड़ रहे हैं। चीन के हथियार को लेकर बने क्रेडिबलिटी को भी इससे झटका लगा है। रिपोर्ट्स की माने तो 2023 में म्यांमार को चीन ने 1 बिलियन डॉलर का हथियार दिया था।
म्यांमार के अलावा चीन पाकिस्तान जैसे देशों को भी हथियार बेचता है। न्यूयॉर्क टाइम्स की हाल ही में छपी एक रिपोर्ट की माने तो चीन के कहने पर पीएलए के लड़ाकों ने म्यांमार सेना से जीती हुए एक जमीन को छोड़ दिया था। लेकिन जैसे चीन के फाइटर जेट को लड़ाकों ने मारा है, उससे यही लगता है कि म्यांमार पर चीन का हुकूम नहीं चल रहा है।
विद्रोही गुटों द्वारा मशीन गन से फाइटर जेट को मार गिराए जाने का दावा विद्रोही गुटों ने भी किया है।PLA की ओर से दी गई जानकारी की माने तो उन्होंने 4 जून को सागाइंग के पाले टाउनशिप स्थित कान दौक पुलिस स्टेशन पर कब्जा करने के लिए अभियान छेड़ा था। इस दौरान म्यांमार की सेना ने फाइटर जेट और वाय -12 विमान से भारी बमबारी की। इसकी जवाब कार्रवाई में पीएलए ने 50 कैलिबर की एम2 ब्राउनिंग मशीन गन से उस फाइटर जेट को मार गिराया जो बमों से हमला कर रहा था।