NEWS Desk: बीएसएफ (BSF) के जवान जल्द ही नए डिजिटल पैटर्न वाली कॉम्बैट ड्रेस में दिखेंगे। सेना और सीआरपीएफ के बाद बीएसएफ का ड्रेस पैटर्न भी डिजिटल होगा। अधिकारियों ने जानकारी दी है कि डिजिटल पैटर्न वर्दी का रंग तय हो चुका है और उम्मीद है कि जवान एक साल के अंदर नई कॉम्बैट ड्रेस में नजर आएंगे। बता दें कि इससे पहले 2022 में भारतीय सेना और भारतीय वायुसेना ने अपने -अपने बलों के लिए डिजिटल वर्दी पेश की थी।
पहले बीएसएफ की वर्दी जहां 50 फीसदी कॉटन और 50 प्रतिशत पॉलिएस्टर से बनकर तैयार होती थी। वहीं अब नई वर्दी 80 प्रतिशत कॉटन और 19 प्रतिशत पॉलिएस्टर और 1 प्रतिशत स्पैन्डेक्स से बनी होगी। स्पैन्डेक्स मटीरियल इसकी स्ट्रेचबिलिटी और लोच सुनिश्चित करेगा। आधिकारियों ने बताया कि रंग के मामले में नई वर्दी 50 प्रतिशत खाकी, 45 प्रतिशत हरा और 5 प्रतिशत ब्राउन रंग की होगी।आधिकारियों ने साथ ही बताया है कि इस ड्रेस पर डेढ़ साल तक काम किया है। बीएसएफ ने वर्दी के डिजिटल प्रिंट का कॉपीराइट भी करा लिया है।
बीएसएफ में वर्तमान में 2,70,000 कर्मी हैं और 186 बटालियन हैं। इसी दुनिया का सबसे बड़ा सीमा सुरक्षा बल माना जाता है। मौजूदा बीएसएफ में 192 बटालियन है, जो 6,385.39 किलोमीटर लंबी अंतरराष्ट्रीय सीमा की रक्षा कते हैं।इनमें से कुछ बांदग्लादेश और बांग्लादेश की सीमाओं पर तैनात हैं।बीएसएफ आतंकवादी और माओवादियों के विरुद्ध भी अभियान चलाता है।बीएसएफ के जवान दुर्गम रेगिस्तानों, नदी घाटियों और बर्फ से ढके क्षेत्रों में फैली हुई है। सीमावर्ती क्षेत्रों में रहने वाले लोगों में सुरक्षा की भावना भी वही विकसित करते हैं।