पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले में एक ऐसी जगह है, जहां समय अपनी रहस्यी चाल चलता है। दरअसल इस मामले के बारे में हर कोई जानकर हैरानी में पड़ जाता है। बता दें कि जलपाईगुड़ी जिले के गोरुमारा राष्ट्रीय उद्दान में महाकाल धाम है, जहां समय अपनी अलग चाल चलता है जो एक दम रहस्मयी नजर आता है। यहां आने वाले पर्यटक भी इस अनोखी घटना का अनुभव जरूर करते हैं।
इस स्थान पर एनालॉग और डिजिटल घड़ियों के बीच 30 मिनट का अंतर दिखाई देता है। सबसे दिलचस्प बात यह है कि यह विचित्र घटना केवल महाकाल धाम में ही देखने को मिलती है।
पर्यटकों के साथ-साथ स्थानीय लोगों के लिए यह घटना चकित करती है। इटीवी भारत ने इस स्पेशल रिपोर्ट की है, जिसमें पर्यटक और स्थानियों ने अनुभव साझा किए हैं। पर्यटक संकलिता रॉय करमाकर ने इस घटना के अनुभव के बारे में बताते हुए कहा कि उन्होंने पहले इस अंतर पर ध्यान नहीं दिया था , लेकिन इस बार यह उनके लिए हैरानी वाला है। ऐसे ही दीवाली डे ने इस अंतर को मोबाइल टावरों की अनुपस्थिति से जोड़ा।
विशेषज्ञयों की माने तो यह घटना भुचुंबक्तव से जुड़ी हुई है। जलपाईगुड़ी साइंस एंड नेचर क्लब के सचिव डॉय राजा राऊत ने बताया कि महाकाल धाम यूरेशियन और भारतीय टेक्टोनिक प्लेटों के मिलन बिंदु पर स्थित है। यहां मजबूत चुंबकीय तरंगें घड़ियों को प्रभावित करती हैं, जिससे वे भूटान का समय दिखाती हैं। भूटान जो इस क्षेत्र के निकट है और भारतीय समय से 30 मिटन आगे है। इस वजह से ही यह अंतर यहां दिखाई देता है। वैसे इस घटना का सटीक वैज्ञानिक कारण जानने के लिए शोध की आवश्यकता है। लेकिन इस तरह की घटना से महाकाल धाम में पर्यटकों की संख्या काफी बढ़ती है।