भारतीय टेलीकॉम सेक्टर में कंपनियों के बीच प्रतिस्पर्धा लगातार देखने को मिल रही है। हाल ही में टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया के डेटा ने सरकारी कंपनी बीएसएनएल (BSNL )और वोडाफोन- आइडिया (VI) की चिंताओं को उजागर किया है। वैसे तो बीएसएनएल की 18 साल बाद हो रहे मुनाफे की खूब चर्चा है, लेकिन उसके अब ग्राहक कम हो रहे हैं।
बता दें कि लगातार सस्ते प्लान और आकर्षक ऑफर के बावजूद यूजर्स ने बीएसएनएल का साथ छोड़ा है। अप्रेल में कंपनी को डेढ़ लाख ग्राहकों का नुकसान उठाना पड़ा है। इस कारण अब सवाल यह है कि क्या बीएसएनएल के प्रॉफिट पर कम होते सब्सक्राइबर्स भारी पड़ रहे हैं। कुछ ऐसी ही पतली हालत वोडाफोन-आइडिया की भी है। उसे लगभग साढ़े 6 लाख ग्राहकों को नुकसान हुआ है। वहीं सम्मानजनक स्थिति में एयरटेल है।
उसने नए ग्राहक जुटाए हैं, सबसे ज्यादा फायदा जियो का हुआ है, उसके ग्राहकों की संख्या में बड़ा उछाल देखा गया है।सामने आए डेटा की माने तो अप्रैल में बीएसएनएल के वायरलैस सब्सक्राइबर्स की संख्या 9 करोड़ 90 लाख 5 हजार 664 थी, उसके एक लाख 55 हजार ग्राहक कम हो गए। यह सब तब हुआ है जब कंपनी को 18 साल में लगातार मुनाफा देखने को मिला है। वोड-आइडिया की हालात खराब है। कंपनी के वायरलैस सब्सक्राइबर्स की संख्या 20 करोड़ 47 लाख 111 हजार 113 रन गई है। उसे 5 लाख 47 हजार 620 ग्राहकों का नुकसान हुआ है।
इन सब के इतर भारती एयरटेल और जियो ने नए ग्राहक जोड़े हैं। एयरटेल की संख्या 38 करोड़ 99 लाख 74 हजार 695 पहुंच गई है। कंपनी ने 1 लाख 70 हजार 658 नए ग्राहक जुटाए हैं। सबसे ज्यादा फायदा जियो को हुआ है। उसने 26 लाख 44 हजार 838 ग्राहकों को जोड़ा है। जियो का कुल सब्सक्राइबर्स बेस अब 47 करोड़ 24 लाख 8 हजार 690 पहुंच गया है।जानकारी के लिए बता दें कि वायरलैस सब्क्राइबर्स शब्द मुख्यतौर पर जियो, एयरटेल, वीआई और बीएसएनएल के सिम यूजर्स के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है।